लेखनी प्रतियोगिता -07-Jun-2022 पाठशाला के स्तर
रचीयता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-पाठशाला के स्तर
परिवार ही हमारी प्रथम पाठशाला
पाठ का अर्थ पढ़ना, साला का अर्थ घर
दोनों मिलकर शब्द बने पढ़ने का घर
जीवन को मिलता महत्वपूर्ण स्थान
मां होती पहली शिक्षिका
जो हमें सिखाती बोलना
पिता होता फरिश्ता
जो हमें सिखाता चलना
इन दोनों के बिना होता
पहली शिक्षा का पाठ अधूरा
विद्यालय होता दूसरा पाठशाला
करते गुरुजन बच्चों का सर्वांगीण विकास
बच्चों के भविष्य का होता निर्माण
बच्चे होते गीली मिट्टी जैसे
गुरुजन करते उनका सर्जन
जिससे होता बच्चों का आत्म संरक्षण
जिंदगी होती तीसरी पाठशाला
अनुभव हमें बहुत कुछ सिखाती
कभी रुलाती तो कभी हंसाती
हर पड़ाव में हमें परखती
जिंदगी में आते इंतहान
अपने पराए की ,कराती पहचान
कभी मिलती हमें सफलता
कभी मिलती हमें असफलता
जिंदगी के हर पड़ाव से पड़ता हमें गुजरना
कठिन परिस्थितियों से सिखाती हमें उभरना
इस तरह अनुभव जिंदगी को सिखाती पाठ हमेशा
तीनों स्तर का है अपना योगदान
तीनों करते बच्चों के भविष्य का निर्माण
तीनों स्तर देते ,बच्चो के उज्जवल भविष्य का प्रमाण
Seema Priyadarshini sahay
10-Jun-2022 10:58 AM
बेहतरीन👌
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Shrishti pandey
08-Jun-2022 01:55 PM
Nice
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Punam verma
08-Jun-2022 01:30 PM
Nice
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